तीन रूप पाकिस्तान दिखाए,
चीन पहुँच हिजड़ा बनी जाये,
कुत्ते की शक्ल कुत्ता कहलाये,
यू एन में जाकर पूँछ हिलाये,
गीदड़ भभकी हमें दिखाये,
हुआ हुआ कर हिन्द डराये,
गधा बुद्धि वह समझ न पाए,
जब भभके तब जूता खाये,
अबकी कुत्ता पागल हो गवा है,
लगी है झापड़ होश हवा है।
हाफ़िज बोला सर्जिकल सिखाएंगे,
पैजामा हुआ है गीला उसे सुखायेगे,
फिर कसके नाड़ा भी लगाएंगे,
मेरे सैनिकों तुम बुरा मत समझो,
तुम्हारी कब्र से जंनत की राह बनाएंगे,
अन्दर ही अन्दर एक सुरंग बनाएंगे,
चाँद की जगह झण्डे में कटोरा लगाएंगे,
हुरे नहीं मिली तो थुरे दिलाएंगे,
अभी हिंदुस्तानियों ने खोदा कुआँ है,
लगी है झापड़ होश हवा है।
सारे विदेशी फ़ोन कर रहे है,
नापाक सलामती दुआ कर रहे है,
चीन भी दुःखी है इन्वेस्टमेंट से,
पाकिस्तान के पिटते कॉमेंट से,
सभी कह रहे है कम्बख्त सुधार,
अन्यथा मेरा लौटा दे अभी उधार,
कर्जदारों की बातें ना कोई नवा है,
लगी है झापड़ होश हवा है।
Sunday, 2 October 2016
पाकिस्तान का पैर कब्रिस्तान में।
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